विकलांगता प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं – Swavalamban UDID Card in Hindi: यह कार्ड व्यक्ति की विकलांगता को प्रमाणित करने के लिए बनाया जाता है. यह Certificate सरकारी हस्पताल में जाकर बनवाना पड़ता है. विकलांग व्यक्तियों को सरकार की तरफ से मिलने वाला लाभ इस विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर ही मिलता है. सरकार की तरफ से विकलांग व्यक्तियों को सुविधाएं देने की काफी कोशिश की जा रही है.
विकलांग प्रमाण पत्र में विकलांग व्यक्ति की विकलांगता का प्रकार, उसके बारे में सारे Details आदि लिखी जाती है. इस प्रमाण पत्र में विकलांग व्यक्ति की Condition के बारे में पूरा ब्यौरा लिखा जाता है. किसी भी तरह का सरकारी लाभ या सुविधा लेने के लिए आपको अपने जिले के समाज कल्याण विभाग के ऑफिस में जाकर आवेदन करना होगा.

मुख्य तथ्य
Viklang Certificate Name | UDID Card |
कब लागु हुआ | 30 दिसंबर 2016 |
मुख्य उद्देश्य | Viklang नागरिकों को समानता का अधिकार देना |
UDID Card Full Form | Unique Disability Identity Card |
Official Website | swavlambancard.gov.in |
Helpline Numbers | 91-11-2436 5019, 91-93549-39703 |
Email Id | [email protected] |
विकलांगता अधिकार अधिनियम 2016 के लाभ एवं विशेषताए
यह अधिनियम Viklang नागरिकों को समानता का अधिकार देने के लिए वर्ष 2011 में बनाया गया था. 14 दिसंबर 2016 को राज्यसभा द्वारा और 17 दिसंबर 2016 को लोकसभा द्वारा इस अधिनियम को पारित किया गया था और 30 दिसंबर 2016 को इसे लागू किया गया था.
- इस अधिनियम के अंतर्गत 6-18 साल तक के Viklang बच्चों को Free शिक्षा का प्रावधान दिया गया है.
- Viklang नागरिकों के लिए आरक्षण कोटा 3% से बढाकर 4% कर दिया गया है.
- सरकारी विभाग में नौकरियों में Viklang आवेदकों के लिए 4% आरक्षण मिलता है.
- अधिनियम के अंतर्गत अगर किसी विकलांग व्यक्ति को सार्वजनिक तौर पर बेइज्जत किया जाता है तो उसकी सजा का प्रावधान भी है.
- राज्य सरकार द्वारा विकलांग व्यक्तियों की शिकायतें सुनने के लिए जिला स्तरीय समितियां का गठन किया जा रहा है.
- केंद्रीय और राज्य स्तर पर शीर्ष नीति निर्माण निकाय के रूप में Broad-Based केंद्रीय और राज्य सलाहकार बोर्ड का गठन किया जा रहा है.
- Viklangata मुख्य आयुक्त और राज्य आयुक्त कार्यालय में अधिकारों में सुधार किया गया है.
- विकलांग विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति योजना का प्रावधान किया गया है.
- आयकर में छठ विकलांगता पेंशन, सरकारी नौकरियों में आरक्षण, रेल किराए में छूट, राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त यात्रा दी गयी है.
- अपना बिजनेस शुरू करने के लिए loan दिया जाता है.
- शिक्षित विकलांग व्यक्तियों को बेरोजगारी भत्ता, सहायक उपकरण जैसे व्हीलचेयर या कृत्रिम अंगों की खरीद पर Subsidy, Viklang सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह बीमा, अनुकूलित(adapted) एडेप्टेड वाहन खरीदने में Subsidy, नेत्रदान करने वाले लोगों को प्रोत्साहन राशि, Toll Free Fast Tag के साथ Toll कर पर छूट दी जाती है.
- विकलांग व्यक्तियों को लाभ पहुँचाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलायी गई है जैसे कि PM विकलांग आवास योजना, विकलांग पेंशन योजना etc.
विकलांगता के प्रकार – 21 Types of disability
सरकार द्वारा निर्धारित विकलांगता अधिनियम के अंतर्गत 21 तरह की विकलांगताएं आती है. इन Types में से आकलन करके प्रमाण पत्र में विकलांग व्यक्ति के विकलांगता का Type लिखा जाता है. और Viklangta की Percentage (%) भी लिखी जाती है.
1 | विकलांगता का प्रकार | रोग के लक्षण |
2 | कुष्ठ रोग से मुक्त – Leprosy Cured Persons | हाथ-पैर की अंगुली सुन्न होना या टेढ़ा होना, चेहरे का आकार बिगड़ जाता है, त्वचा पर रंगीन धब्बे होना |
3 | अल्प दृष्टि /निम्न दृष्टि – Low-vision | आँखों से कम दिखाई देना, आंखों में तिरछापन, आंखों का लाल रहना |
4 | दृष्टिहीनता – Blindness | आँखों से बिलकुल भी न दिखाई देना |
5 | बौनापन – Dwarfism | कद 4 फ़ीट 10 इंच या 147 cm से भी काम रह जाना |
6 | मानसिक बीमारियां – Mental Illness | इसमें व्यक्ति डिसिजन लेने की स्तिथि में नहीं होता है, खुद से बातें करना, गुमसुम व अकेलेपन में रहना, भुत-प्रेत का अनुभव होना, आत्महत्या के विचार आना, संदेह करना, मूड का बार-बार बदलना |
7 | मांशपेशिय दुर्विकार – Muscular Dystrophy | मांसपेशियों में कमजोरी होना जिससे विकलांगता का स्तर भी बढ़ने लगता है, दौड़ने, भागने व कूदने में परेशानी होना, पंजों के बल चलता है |
8 | प्रमस्तिष्क घात – Cerebral Palsy | इसमें मानसिक स्तिथि ठीक न होने से मांसपेशियों का आपस में तालमेल नहीं रहता है, शरीर का अकड़ना, एकाग्रता में कमी, चलने में कठिनाई , चलने के लिए कृत्रम अंग प्रयोग करना, मुँह का खुला रहना और लार गिरना, खाने, चबाने और निगलने में कठिनाई होना |
9 | चलन संबंधी विकलांगता – Locomotor Disability | हड्डियों, जोड़ों की मांसपेशियों की विकलांगता, लकवा, हाथ-पैर कट जाना |
10 | श्रवण विकार/दोष – Hearing Impairment | बहरापन, ऊँचा सुनना, या कम सुनना, कान से द्रव रिसना |
11 | बौद्धिक विकलांगता – Intellectual Disability | दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई आना, किसी विशेष परिस्तिथि में अनुकूल व्यवहार में कठिनाई आना, पढ़ने-लिखने व समझने में कमी |
12 | बहु विकलांगता – Multiple Disabilities | दो या दो से अधिक विकलांगता से ग्रसित व्यक्ति जैसेकि मानसिक रोग, चलन विकलांगता, श्रवण विकार etc. |
13 | वाक और भाषा विकलांगता – Speech and Language Disability | व्यक्ति का गूंगा होना या बोलने में परेशानी महसूस करना, अपनी बातों को स्पष्ट न बोल पाना, लगातार बोलते रहने में दिक्कत होना |
14 | सिकल सेल रोग – Sickle Cell Disease | शरीर में खून की अत्यधिक कमी हो जाती है जिससे शरीर के अंग ख़राब होने लगते हैं. |
15 | थैलेसीमिया – Thalassemia | शरीर में खून की मात्रा का कम पाया जाना, खून में हीमोग्लोबिन की विकृति पाई जाती है |
16 | पार्किंसंस रोग – Parkinson’s Disease | हाथ – पैरों में कंपन होना, तंत्रिका तंत्र सम्बन्धी दिक्कत होना, छोटेक़दमों से चलता है और चलते टाइम हाथ भी नहीं हिलते, कमर झुक जाती है, हाथ लटक जाते हैं |
17 | स्पेसिफिक लर्निंग डिसेबिलिटी – Specific Learning Disability | बोलने, पढ़ने, लिखने, समझने में दिक्कत, चीजों का अंदाजा लगाने में दिक्कत रहती है जैसेकि दूरी, वजन, आकार आदि का अंदाजा लगाना |
18 | तेजाब हमले से पीड़ित – Acid Attack Victim | ऐसिड अटैक से भी शरीर के अंग जैसे हाथ, पैर, गला, चेहरा आदि भयंकर रूप से प्रभावित होते हैं |
19 | स्वलीनता विकार – Autism Spectrum Disorder | आँखें मिलाकर बातें न करना, खोया-खोया गुमसुम रहना, आक्रामकता, आत्मघाती व्यवहार, सोचने-समझने की क्षमता कम होना, एक ही शब्द को बार-बार दोहराते हैं |
20 | Hemophilia – अधिरक्तस्त्राव | चोट लगने पर खून का लगातार बहते रहना, खून का थक्का बनने की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है जिसकी वजह से खून लगातार बहता रहता है |
21 | पुराने तंत्रिका सम्बंधी विकार – Chronic Neurological Conditions | मस्तिष्क और स्पाइनल कोड का असंतुलन, मिर्गी आना, ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक, माइग्रेन अल्जाइमर जैसे रोग इसमें शामिल हैं |
विकलांगता की स्थायीता
विकलांगता प्रमाण पत्र में विकलांग व्यक्ति की स्थाई और अस्थाई विकलांगता के बारे में लिखा जाता है. स्थाई विकलांगता वह होती है जो Permanent होती है, जो ठीक नहीं हो सकती और अस्थाई विकलांगता वह होती है जो कुछ समय के लिए है, कुछ समय के बाद वह ठीक हो सकती है.
विकलांगता की गंभीरता
विकलांगता प्रमाण पत्र में विकलांग व्यक्ति की Condition के बारे में लिखा जाता है. उसमें बताया जाता है कि वह कितना प्रतिशत(%) Disable है. यह Disability डॉक्टर द्वारा प्रतिशत में दिखानी होती है, क्योंकि सरकार की सभी सुविधाएं और योजनाएं Disability की Percentage पर ही Based है. ज्यादातर योजनाओं और सुविधाओं का लाभ 40% विकलांग व्यक्ति को ही मिल पाता है या इससे अधिक विकलांग व्यक्ति को.
वैधता की अवधि
विकलांगता प्रमाण पत्र बनाते समय वैधता के बारे में लिखा जाता है, क्योंकि अगर व्यक्ति स्थाई रूप से विकलांग है तो उसे स्थाई प्रमाण पत्र दिया जाता है. जो पूरी उम्र चलेगा. अगर व्यक्ति अस्थाई रूप से विकलांग है, तो उसका अस्थाई प्रमाण पत्र बनेगा. उस व्यक्ति की समय-समय पर मेडिकल जांच होती रहेगी और वैधता समाप्त होने के बाद दोबारा से उसका प्रमाण पत्र बनेगा.
Important Documents
- विकलांग व्यक्ति का लेटेस्ट फोटो
- आधार कार्ड / ड्राइविंग लाइसेंस की फोटोकॉपी
- विकलांगता सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी
- अपने साइन या फिर अंगूठे का निशान का फोटो
विकलांगता प्रमाण पत्र ( Certificate ) कहां बनेगा ? (Offline Process)
किसी भी सरकारी योजना या सुविधा का लाभ उठाने के लिए विकलांग व्यक्ति के पास विकलांगता प्रमाण पत्र होना आवश्यक है.
विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आपको अपने जिले के सरकारी हस्पताल में जाकर CMO से आवेदन करना होगा.
उसके बाद डॉक्टर की एक टीम और मेडिकल बोर्ड आपकी विकलांगता की जांच करेंगे.
अच्छे से जांच करने के बाद वह टीम एक Medical Certificate बनाएंगी, जिसमें आपके विकलांगता का प्रकार, उसकी स्थिति और उसकी गंभीरता के बारे में जानकारी दी गई होगी.
अब इस Certificate को दिखाकर आप किसी भी सरकारी योजना या सरकारी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
Apply for Disability Certificate & UDID Card – Online Process
यह कार्ड बनवाने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएँ
यहाँ पर Apply for Disability Certificate & UDID Card के लिंक पर क्लिक करें.

इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म ओपन हो जायेगा. यहां पर आपको Form में 5 Parts दिखाई देंगे.
यहाँ पर पूछी गई सारी डिटेल्स को अपने डाक्यूमेंट्स के हिसाब से भरें ताकि UDID Card बनने में कोई दिक्कत न आये. इसके लिए सभी जरुरी डाक्यूमेंट्स पहले ही बता दिए गए हैं.
1. Personal Details – व्यक्तिगत विवरण
अपना पूरा नाम भरें | पिता का नाम भरें |
माता का नाम भरें | जन्म तिथि सेलेक्ट करें |
अपनी E-Mail Id | अपनी मोबाइल नंबर |
Gender सेलेक्ट करें | अपनी कैटेगरी चूज करें |
ब्लड ग्रुप सेलेक्ट करें (अगर नहीं पता तो इसे खाली छोड़ दें) | विकलांग व्यक्ति से रिलेशन भरें |
Caretaker का नाम भरें | Caretaker का कांटेक्ट नंबर |
विकलांग व्यक्ति का Latest Photo upload करें | Upload Signature / Thumb / Other Print |

2. Proof of Identity Card
ID Proof में आधार कार्ड, पैन कार्ड, DL etc. भर सकते हैं | ID Proof की कॉपी अपलोड करें |
अपना आधार नंबर भरें | Checkbox को टिक करें |
3. Address for Correspondence
Address Proof के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि भर सकते हैं | Address Proof की फोटोकॉपी अपलोड करें |
अपना एड्रेस भरें | State का नाम भरें |
District का नाम भरें | City का नाम भरें |
Village का नाम भरें | Pincode भरें |

4. Disability Details
सबसे पहले डिसेबिलिटी की सभी टाइप को टिक करें | डिसेबिलिटी की वजह को सेलेक्ट करें |
डिसेबिलिटी किस साल से है उसका भरें | डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट है या नहीं इसका चुनाव करें |
5. Hospital for assessment or UDID Card
सबसे पहले अगर हॉस्पिटल फॉर्म में भरे गए स्टेट से अलग है तो चेकबॉक्स को टिक करके हॉस्पिटल का नाम और स्टेट चुने.
नहीं तो दिए गए ऑप्शन में से हॉस्पिटल का नाम सेलेक्ट करें.
ये सारी डिटेल्स भरने के बाद कैप्चा कोड भरें और डिक्लेअर चेकबॉक्स को टिक करें
अब आपका फॉर्म भरने का काम पूरा हो चुका है. इसके बाद Submit बटन पर क्लिक करें. इसके बाद हॉस्पिटल में आपकी एप्लीकेशन सबमिट हो जाएगी. अब आपको इसका एक प्रिंटआउट निकाल लेना है और एप्लीकेशन ID नोट कर लेनी है

ये सभी स्टेप्स पूरा करने के बाद आप चुने हुए हॉस्पिटल में जाकर अपनी जाँच करवाएं.
Status कैसे चेक करें
- सबसे पहले ऑफिसियल वेबसाइट को खोले.
- अब Track Your Application Status पर क्लिक करें.
- यहाँ पर आप एप्लीकेशन ID, मोबाइल नंबर या फिर आधार कार्ड नंबर डालकर GO बटन पर क्लिक करें.

UDID Card Download कैसे करें
UDID Card की PDF download करने का प्रोसेस बहुत ही आसान है. इसके लिए आप निचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें
- सबसे पहले आप ऑफिसियल वेबसाइट के होमपेज पर आ जाएँ
- इसके बाद Download Your e-Disability Card के लिंक पर क्लिक करें
- अब लॉगिन करने के लिए आपको Enrollment Number और Date-of-Birth डालने के बाद कैप्चा कोड भरना होगा.
- और अब Login बटन पर क्लिक करें

- जैसेही आप लॉगिन बटन पर क्लिक करेंगे तो आप डैशबोर्ड के पेज पर पहुँच जायेगें.
- यहाँ पर आपको Download Your E-UDID Card पर क्लिक करना है.
- जैसेही आप इस लिंक पर क्लिक करेगें तो आपका UDID Card का PDF download हो जायेगा.
- अब आप इसका प्रिंट निकलवा सकते हैं.

अब आपका UDID Card बनवाने से Download करने तक का प्रोएसस पूरा हो चूका है. इसके बाद भी अगर आपको कोई दिक्कत आ रही है तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं. आपकी समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश की जाएगी
Frequently Asked Questions – UDID Card
Viklangta Card के लिए Online Apply कहाँ करें ?
Swavlambancard.gov.in के Portal पर जाकर आप Apply कर सकते हैं.
Viklangta Card के लिए Offline Apply कहाँ करें?
इसके लिए आपको अपने जिले के सरकारी हस्पताल के CMO से सम्पर्क करना होगा.
Viklang Yojana का लाभ किसे मिलेगा ?
Viklang Yojana का लाभ 40% या इससे अधिक विकलांगता वाले नागरिकों को मिलेगा.
हमने अप्लाई कर दिया ट्रैक का और एप्लीकेशन का ऑप्शन ही आरहा हें कार्ड डाऊनलोड का ऑप्शन नहीं आरहा हें इसके लिए क्या करना होगा
रमेश कुमार यादव इनरोलमेंट नंबर। 09440000024040606120 है कार्ड डाउनलोड करने का कोई भी विकल्प नही दे रहा है। अप्रैल माह में अप्लाई किया है कृपया हमारी समस्या का जल्द से जल्द हल निकाल कर सूचित करें।
धन्यवाद